ITR Income Tax Return Filing / आयकर रिटर्न दाखिल

Importance of Filing ITR

  • Basics of ITR. Filing an Income Tax Return (ITR) is essential for nation-building and offers several benefits. It helps you claim TDS refunds, makes loan applications easier, and allows you to carry forward losses. Additionally, you can claim deductions and exemptions under the Income Tax Act, 1961.

Important Dates-

Start Date:-01 April Every Year.

End Date :- 31st July Every Year.

After Due Date:-31st December Every Year.

Required Documents:-

  • Aadhar Card.
  • Pan Card.
  • Bank Statement/Bank Passbook.
  • Form 16 (If Applicable)
  • TDS Report (If Applicable)
  • Balance Sheet (If Applicable)
  • Profit & Loss Statement (If Applicable).

ITR दाखिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  1. आधार कार्ड और पैन कार्ड
  2. बैंक स्टेटमेंट / पासबुक (संपूर्ण वित्तीय वर्ष का विवरण)
  3. फॉर्म 16 (यदि आप सैलरीड हैं)
  4. फॉर्म 26AS (TDS की जानकारी के लिए)
  5. इन्वेस्टमेंट प्रूफ (LIC, PPF, ELSS, आदि के दस्तावेज़)
  6. बिज़नेस के लाभ-हानि का विवरण (यदि आप सेल्फ-एम्प्लॉयड हैं)
  7. किराया प्राप्ति की जानकारी (यदि कोई किराया आय हो)
  8. होम लोन और अन्य लोन के ब्याज प्रमाण पत्र
  9. किसी अन्य आय का विवरण (जैसे, कैपिटल गेन, फ्रीलांस इनकम, आदि)

ITR Website :- Click Here

ITR फाइलिंग के लाभ

आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने के लाभ

  1. कानूनी अनुपालन: ITR दाखिल करना भारत में कानूनी रूप से आवश्यक है यदि आपकी आय कर योग्य सीमा से अधिक है।
  2. आर्थिक स्थिरता का प्रमाण: यह आपकी आय और वित्तीय स्थिरता का प्रमाण होता है, जो लोन और वीज़ा प्राप्त करने में मदद करता है।
  3. टैक्स बचत के अवसर: विभिन्न कर छूट और कटौतियों का लाभ उठाने में मदद करता है।
  4. लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदन में सहायक: बैंक और वित्तीय संस्थान ITR की कॉपी को आपकी आय का प्रमाण मानते हैं।
  5. वीज़ा आवेदन में आवश्यक: कई देशों के वीज़ा आवेदन में पिछले कुछ वर्षों के ITR दस्तावेज़ आवश्यक होते हैं।
  6. समय पर TDS रिफंड प्राप्त करने में मदद: यदि आपके द्वारा अधिक टैक्स भुगतान किया गया है, तो ITR फाइल करने से रिफंड आसानी से मिल सकता है।
  7. भविष्य की योजना में सहायक: वित्तीय रिकॉर्ड रखने में मदद करता है, जिससे भविष्य की निवेश और टैक्स प्लानिंग आसान होती है।

ITR दाखिल करने की प्रक्रिया

  1. ई-फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्टर करेंwww.incometax.gov.in

  2. अपना पैन नंबर डालें और लॉगिन करें

  3. अपना आकलन वर्ष चुनें (Assessment Year)

  4. ITR फॉर्म चुनें (ITR-1, ITR-2, आदि)

  5. सभी आवश्यक विवरण भरें और डॉक्युमेंट्स अपलोड करें

  6. पूर्वावलोकन करें और सबमिट करें

  7. ई-वेरिफिकेशन करें (आधार OTP, नेट बैंकिंग, या अन्य विकल्पों द्वारा)


ITR दाखिल करने की महत्वपूर्ण तिथियाँ (FY 2024-25)

  • व्यक्तिगत टैक्सपेयर्स (सैलरीड / अन्य): 31 जुलाई 2025

  • बिज़नेस जिनका ऑडिट आवश्यक नहीं: 31 जुलाई 2025

  • बिज़नेस जिनका ऑडिट आवश्यक है: 31 अक्टूबर 2025

  • रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि: 31 दिसंबर 2025


ITR दाखिल करने में देरी के दुष्प्रभाव

  1. लेट फीस लग सकती है (₹1,000 से ₹5,000 तक)

  2. रिफंड में देरी हो सकती है

  3. ब्याज देना पड़ सकता है यदि कोई टैक्स बकाया है

  4. वित्तीय क्रेडिबिलिटी पर प्रभाव पड़ सकता है

  5. भविष्य में लोन और वीज़ा अप्रूवल में दिक्कतें आ सकती हैं


 

⇒ Contact Us To File Your ITR – iwpecafe@gmail.com

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